Saturday, October 15, 2011

Few Vedic Religious Tips Which Makes Your Life Easy And Prosperous


विष्णुके मन्दिरकी चार बार, शंकरके मन्दिरकी आधी बार, देवीके मन्दिरकी एक बार, सूर्यके मन्दिरकी सात बार और श्रीगणेशके मन्दिरकी तीन बार परिक्रमा करनी चाहिये ।
- नारदपुराण — Narad Purana


जिसके घरसे अतिथि निराश होकर लौट जाता है, वह उसे अपना पाप देकर बदलेमें उसका पुण्य लेकर चला जाता है ।
- विष्णुस्मृति ६७
शालग्रामको बेचनेवाला और खरीदनेवाला – दोनों ही नरकमें जाते हैं ।
– पद्मपुराण,वराहपुराण
व्रत के समय बार-बार जल पीने, दिनमें सोने, ताम्बूल चबाने और स्त्री-सहवास करनेसे व्रत बिगड जाता है।



जूता पहने हुए जमीनपर नहीं बैठना चाहिये।
- स्कन्दपुराण
नित्य वृद्धजनोंको प्रणाम करनेसे तथा उनकी सेवा करनेसे मनुष्यकी आयु, विद्या (बुद्धि, कीर्ति), यश और बल बढ़ते हैं।
- मनुस्मृति २।१२१, भविष्यपुराण, महाभारत
बुद्धिमान्‌ मनुष्यको राजा, ब्राह्मण, वैध, मूर्ख, मित्र, गुरु और प्रियजनोंके साथ विवाद नहीं करना चाहिये।
- चाणक्यसुत्र ३५२
जो केवल अपने लिये ही भोजन बनाता है, जो केवल काम-सुखके लिये ही मैथुन करता है और जो केवल आजीविका प्राप्त करनेके लिये ही पढाई करता है, उसका जीवन निष्फल है।
- लघुव्याससंहिता ८१-८२
तिल, कुश और तुलसी – ये तीन पदार्थ मरणासन्न व्यक्तिकी दुर्गतिको रोककर उसे सद्‍गति दिलाते हैं।
- गरुडपुराण

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